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दुनिया भर की विभिन्न जेलों में बंद पत्रकारों की संख्या ने वर्ष 2022 में एक और रिकॉर्ड बनाया है। संघर्ष और दमन द्वारा चिह्नित इस उल्लेखनीय वर्ष में, अधिनायकवादी नेताओं ने न सिर्फ स्वतंत्र पत्रकारिता के प्रति अपने अपराधीकरण को दुगना कर दिया है, बल्कि असंतोष की आवाज़ों को दबाने और प्रेस की स्वतंत्रता को…
दुनिया भर की विभिन्न जेलों में बंद पत्रकारों की संख्या ने वर्ष 2021 में एक और रिकॉर्ड बनाया है। नयी तकनीकों एवं नये सुरक्षा कानूनों को लागू करते हुए, एशिया से लेकर यूरोप और यूरोप से लेकर अफ्रीका तक दमनकारी शासनों ने स्वतंत्र प्रेस पर कठोर कार्रवाई की है। सीपीजे की संपादकीय निदेशक अर्लीन गेट्ज़…